रोड़ा के पीछे
टूरिज्म बोर्ड ने दर्जन भर से अधिक मोटलों को भले ही प्रायवेट हाथों में दे दिया मगर राजधानी के छत्तीसगढ़ होटल को टाटा जैसे गु्रप को देने से इंकार कर रहा है, तो इसके अपने कारण है। मध्यप्रदेश के समय बनें इस होटल के वे दिन भी थे कि लोग वहां रुकने में फख्र महसूस करते थे। मगर अब.....? होटल को संचालित करने के लिए को टाटा समूह ने सरकार को आफर दिया था। वहां वह टाटा जिंजर के नाम से होटल संचालित करेगा। देश के कई जगहों पर वह इसी नाम से रेस्टोरेंट चलाता है। पिछले दिनों टाटा के अफसर रायपुर आए थे। मगर बात बनीं नहीं। टूरिज्म के लोग ही रोड़ा अटका दिए। दरअसल, होटल को टाटा ले लेगा, तो बाकी चीजें नहीं हो सकेगी। यह होटल प्रायवेट लिमिटेड की तरह हो गया है। प्राइम लोकेशन पर स्थित इस होटल में रात में महफिलें सजती हैं। जाम टकराता है, ताश के पत्ते फेंटे जाते हैं। और भी बहुत कुछ। ऐसे में रोड़ा अटकाना लाजिमी है।विकास के सूचक
वैसे तो जीडीपी, औद्योगिक ग्रोथ और प्रति व्यक्ति आमदनी राज्य की प्रगति के पैमाने होते हैं। मगर, विधानसभा परिसर में मंगलवार रात हुए कवि सम्मेलन में कुछ कवियों ने राज्य के एक सीनियर मिनिस्टर को विकास का सूचक बताया, तो जमकर ठहाके लगे। कवियों ने कहा, जिस राज्य के मंत्री के 11 बच्चे हो, उससे समझा जा सकता है कि छत्तीसगढ़ कितना तेज गति से आगे बढ़ रहा है।
मेजर चेंज
जनवरी में डेढ़ दर्जन से अधिक जिलों के एसपी और एडीजी की पोस्टिंग के बाद पुलिस महकमे में फिर, एक बड़े चेंज की तैयारी चल रही है। डीजी जेल एसके पासवान 31 मार्च को रिटायर हो रहे हैं। उनके साथ सरगुजा के आईजी भारत सिंह भी। पासवान की जगह कौन लेगा, इसको लेकर कयासों का बाजार गर्म है। आमतौर पर होमगार्ड की कमान डीजी के पास रहती है। प्रदेश में अभी गिरधारी नायक एकमात्र डीजी हैं, जो जेल संभाल रहे हैं। खबरें, जो चल रही है, उसके अनुसार नायक को होमगार्ड में भेजकर एडीजी एएन उपध्याय या डीएम अवस्थी को जेल की कमान सौंपी जाएगी या नायक को वहीं यथावत रखते हुए उपध्याय या अवस्थी को होमगार्ड में भेजा जा सकता है। जेल के लिए आरके विज का नाम भी चल रहा है। उपध्याय पिछले चार साल से होम में हैं। उपध्याय की जगह पर पीएचक्यू से किसी आईजी या एडीजी लेवल के आईपीएस को होम सिकरेट्री बनाने की चर्चा है। पहले, लांग कुमेर को सरगुजा का आईजी बनना तय माना जा रहा था मगर अब पवनदेव और एसआरपी कल्लूरी का नाम भी आ गया है।
साइबर आईपीएस
जनशताब्दी एक्सप्रेस को हाईजैक कर फरार हुए कुख्यात अपराधी उपेंद्र की गिरफ्तारी से दुर्ग आईजी अशोेक जुनेजा की साइबर पोलिसिंग में सिक्का जम गया है। जुनेजा ने झारखंड पुलिस के साथ मिलकर ऐसा जाल बिछाया कि वह बच नहीं सका। खबर है, झारखंड के एक विधायक भी उपेंद्र को पनाह देने के मामले में लपेटे में आ रहे थे। मगर वहां की सरकार ने उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए हरी झंडी नहीं दी। बहरहाल, उपेंद्र की गिरफ्तारी कितनी महत्वपूर्ण थी, इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि गृह मंत्री ननकीराम कंवर ने सदन में इस पर वक्तव्य दिया, वहीं पिछले नौ साल में पहली बार कांगे्रस ने पुलिस की जमकर प्रशंसा की। जुनेजा ने इससे पहले भी मोबाइल टे्रस करके राजधानी के स्टेट बैंक आफ इंदौर में दिनदहाड़े ढाई करोड़ के लूट के आरोपियों को पटना से पकड़ा था। चलिये, जुनेजा का नम्बर बढ़ गया।
तसल्ली
राज्य के दूसरे बड़़े शहर बिलासपुर में दो ओवरब्रिज बनें है। दोनों, चूहा की तरह। उसे देखकर पीडब्लूडी को भले ही शर्म न आए, मगर बिलासपुर के लोग शरमाते हैं। इतना घटिया? मगर उन्हें अब तसल्ली हो सकती है कि बिलासपुर में ना सही रायपुर में विधानसभा के पास बिलासपुर रोड को नए रायपुर से जोड़ने वाला बना फ्लाई ओवर स्टेट का पहला पर्यावरण फे्रंडली फ्लाई ओवर होगा। दीवारों पर बस्तर आर्ट है, तो नीचे में गार्डन। बेजा-कब्जा न हो, इसके लिए दोनों ओर ग्रिल लगाए गए हैं। आईपीएल और विधानसभा की व्यस्तता के बाद भी अपनी निगरानी में फ्लाईओवर को बनवाया। ग्रेट।
नीलामी
वन मुख्यालय का प्रशासन संभालने के बाद संजय शुक्ला ने सालों से अटकी रेंजर, डिप्टी रेंजरों की थोक में डीपीसी तो कर दी मगर दो महीने निकल जाने के बाद भी पोस्टिंग का आदेश नहीं निकल पा रहा है। रेंजर और एसडीओ बने 60 से अधिक अधिकारी आदेश के लिए भटक रहे हैं। पता चला है, राजधानी के एक बंगले में इसके लिए मोल-तोल चल रहा है। जो ज्यादा ढीला करेगा, उसे अच्छा रेंज मिलेगा। याने खुली नीलामी।
छोलाई
विधानसभा में बस, मौका मिलना चाहिए, बड़े-बड़ांे की छोलाई हो जाती है। बुधवार को विनियोग विधयेक पर सीएम ने भाषण के दौरान महानदी को छत्तीसगढ़ की गंगा बताते हुए कहा, आप लोग देखे ही होंगे, अबकी राजिम कुंभ में बृजमोहनजी कैसे डूबकी लगाए हैं। इस पर नेता प्रतिपक्ष रविंद्र चैबे ने तपाक से कहा, अध्यक्ष महोदय इस बार बृजमोहनजी को किसी ने डूबकी लगाते नहीं देखा। भंजनसिंह निरंकारी बोले, दरअसल, नागा बाबाओं के साथ नहाए, इसलिए लोग पहचान नहीं पाए। सदन में चुटकी लेने में माहिर रामविचार नेताम अब कहां चूकने वाले थे। उन्होंने कहा, बृजमोहनजी इस तरह नहाते हैं कि कोई देखने की हिम्मत नहीं कर सकता। वैसे तो बृजमोहन हाजिरजवाब मंत्री हैं मगर इसका वे क्या जवाब देते। वे मुस्कराते बैठे रहे।
अंत में दो सवाल आपसे
1. प्रशासनिक हलको में चल रही किस खबर से उत्साहित होकर सूबे के ब्यूरोके्रट्स होली के साथ दिवाली मनाने की तैयारी कर रहे हैं?
2. रविंद्र चैबे और नंदकुमार पटेल को हराने के लिए किस कांग्रेस नेता ने फतवा जारी किया है?
2. रविंद्र चैबे और नंदकुमार पटेल को हराने के लिए किस कांग्रेस नेता ने फतवा जारी किया है?
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