शनिवार, 6 जुलाई 2013

तरकश, 7 जुलाई

राघवजी जैसे

राघवजी जैसों की अपने सूबे में भी कमी नहीं है। एक वरिष्ठ मंत्री के पीए पर उनके घर पर पोस्टेड स्टाफ ने गंभीर आरोप लगाए थे। कहीं कोई सुनवाई नहीं होने पर पीडि़त ने चीफ सिकरेट्री सुनिल कुमार से न्याय के लिए फरियाद की। सीएस भी जांच करके कार्रवाई करने के लिए पीएचक्यू को चार बार फाइल भेज चुके हैं। उन्होंने पुलिस महकमे को निर्देश दिए थे कि जांच रिपोर्ट से फरियादी को संतुष्ट किया जाए। मगर शीर्ष अफसर के तगादे के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अब पुलिस भी भला क्या करें, कुछ करेगी तो मंत्रीजी के कोप का शिकार होना पड़ेगा।

महंत दुखी

केशकाल चुनाव के नतीजे से चरणदास महंत जितना दुखी नहीं है, उससे कहीं ज्यादा अपनी टीम से हैं। टीम ने ही जिद करके केशकाल में गलत फैसला कराया। वरना, फस्र्ट बाल पर आउट होने जैसा हाल नहीं होता। दरअसल, महंत नहीं चाहते थे कि नगर पंचायत जैसे छोटे चुनाव में गुटीय वजह से प्रत्याशी चेंज किया जाए। जोगी का एक कंडिडेट अगर नगर पंचायत अध्यक्ष बन भी जाता तो कोेई फर्क नहीं पड़ने वाला था। मगर हाल ही में प्रभावशाली हुए एक लड़ाकू नेता अड़ गए। उन्होंने जोगी के उम्मीदवार को बदलवा कर ही माना। और उनकी इस जिद की वजह से विधानसभा चुनाव के पांच महीने पहले कांग्रेस की न केवल फजीहत हो गई, बल्कि जोगी को भी यह कहने का मौका मिल गया कि छत्तीसगढ़ में उनके बिना कांग्रेस नहीं है। ऐसे में दाउ का दर्द समझा जा सकता है।   

भगवान मालिक

दरभा नक्सली हमला हुआ छत्तीसगढ़ में और रिचार्ज हो गए मध्यप्रदेश के कांग्रेसी। वहां कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं। अविश्वास प्रस्ताव भी लाया जा रहा है। राघवजी एपीसोड भी हो गया। और छत्तीसगढ़ में कांग्रेसी एक-दूसरे को निबटाने में लगे हुए हैं। आलम यह है कि एक साल से कोई अविश्वास प्रस्ताव नहीं आया है। नंदकुमार पटेल के अध्यक्ष बनने के बाद अविश्वास प्रस्ताव आया था, वही पहला और आखिरी था। मानसून सत्र में अविश्वास प्रस्ताव के जरिये रमन सरकार को घेरने का बढि़यां अवसर था। कांग्रेस चाहती तो सदन में दरभा कांड पर सरकार को कटघरा में खड़ा कर सकती थी। मगर हो उल्टा रहा है। पता चला है, कांग्रेस मानसून सत्र को नहीं चलने देने की तैयारी कर रही है। उधर, कलश यात्रा की भी रस्मअदायगी की जा रही है। राजिम में मुठ्ठी भर कार्यकर्ता थे। लग्जरी गाडि़यों में झकझक कपड़े पहने प्रदेश भर से पहुंचे कांग्रेसी फोटो खिंचवा कर चलते बने। ऐसे में आप अनुमान लगा सकते हैं, कांग्रेस का भगवान ही मालिक है।

झटका

आमतौर पर आईएएस अफसर अपने लिए प्रमोशन और पोस्टिंग जुटाने में आगे रहते हैं। मगर अबकी उन्हें झटका लगा है। 83 बैच के आईपीएस अफसर गिरधारी नायक पिछले हफ्ते प्रमोट होकर डीजी बन गए। मगर उन्हीं के बैच के आईएएस अफसर अजय सिह और एनके असवाल प्रींसिपल सिकरेट्री बने हुए हैं। जबकि, एक जनवरी से उनका एडिशनल चीफ सिकरेट्री का प्रमोशन ड्यू है। बताते हैं, एसीएस के पोस्ट खाली नहीं हैं। लेकिन इससे पहले कई मौकों पर ऐसा हुआ है कि भारत सरकार से अनुमति की प्रत्याशा में प्रमोशन हुए हैं। मगर सब समय का चक्र है। वरना, अजय सिंह जैसे प्रभावशाली अफसर के लिए यह कठिन काम नहीं था।

अफसर कमजोर

केडीपी राव के बाद बीएस अनंत के भी कमिश्नर बनने से अनिच्छा जताने पर कमिश्नरी पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। उसे दोयम दर्जे की पोस्टिंग बताई जा रही है। मगर वास्तविकता यह है कि कमिश्नरी कमजोर नहीं है, उसे पहले जैसे पावर भी मिल गए हैं। दिक्कत यह है कि वहां कमजोर अफसर पोस्ट किए जा रहे हैं। एमके राउत और आरपी मंडल जैसे फील्ड में काम करने वाले अफसरों को कमिश्नर बना दें, तो अपने आप पोस्ट की रेटिंग बढ़ जाएंगी। असल में, कमिश्नरी बहाल होने के बाद एक भी धाकड़ आईएएस पोस्ट नहीं हुआ। तेज कमिश्नर अगर पोस्ट हो जाए, तो कलेक्टर की क्या मजाल कि वह कमिश्नर को इगनोर कर दें।   

स्टाम्प मुक्त

अक्टूबर-नवंबर के बाद आपको 50 और 100 रुपए के अधिक के स्टाम्प देखने को नहीं मिलेंगे। जमीन-जायदाद की रजिस्ट्री में गड़बड़ी रोकने और पेपर का बोझ कम करने के लिए पंजीयन और मुद्रांक विभाग छत्तीसगढ़ को स्टाम्प फ्री स्टेट करने जा रहा है। अब रजिस्ट्री के लिए जितने के स्टाम्प लगेंगे, वह राशि बैंक में जमा होगी और वहां से एक पन्ने का सर्टिफिकेट मिल जाएगा। उस आधार पर आपका काम हो जाएगा। इसके लिए सभी बैंकों से टाईअप किया जा रहा है। असल में, कुछ अफसर जिस विभाग में जाते हैं, अपना छाप छोड़ जाते हैं। पंजीयन, मुद्रांक और वाणिज्यिक विभाग के सिकरेट्री आरएस विश्वकर्मा के साथ भी कुछ ऐसा ही है। दोनों विभागों में उन्होंने सुधार के कई काम प्रारंभ कर दिए हैं।

हाईप्रोफाइल शादियां

डीजीपी रामनिवास के बेटे की शादी 11 जुलाई को दिल्ली में होने जा रही है। 20 को रायपुर में रिशेप्सन होगा। शादी अटेंड करने के लिए बड़ी संख्या में आईपीएस समेत अन्य लोग दिल्ली जाएंगे। इसके चलते 11 शाम की दोनों फ्लाइट फुल हो चुकी है। वहीं, बिलासपुर नगर निगम के कमिश्नर एवं 2008 बैच के आईएएस अफसर अवनीश शरण की शादी में 13 जुलाई को पटना में होगी। उनका हाईप्रोफाइल रिशेप्सन 20 को दिल्ली में होगा। सीबीआई के डायरेक्टर रंजीत सिनहा की बेटी से उनकी शादी हो रही है। उनकी होने वाली पत्नी आईबी में पोस्टेड हैं। पता चला है, उनके दिल्ली के रिशेप्सन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, यूपीए चीफ सोनिया गांधी से लेकर दिल्ली की प्रभावशाली हस्तियां शामिल होंगी। इधर, वन विकास निगम के एमडी एके सिंह के बेटे की शादी भी 11 जुलाई को रायपुर में होगी।

अंत में दो सवाल आपसे

 1. नर्सिंग कालेज की अनुमति के लिए एक संस्था किस अफसर की पत्नी का सम्मान करने का गुनतारा भिड़़ा रहा है?
2. रायपुर से बाहर ट्रांसफर होते ही वरिष्ठ अफसरों की तबियत क्यों खराब होने लगती है?







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