सोमवार, 8 जून 2015

तरकश, 7 जून


tarkash photo 

सिरदर्द

नए मंत्रियों में से एक मंत्री मुख्यमंत्री के लिए सिरदर्द बन सकते हैं। इसकी झलक मिलने भी लगी है। शपथ लेते ही वे चालू हो गए। वैसे भी, मंत्रीजी की शौक मिजाजी नई बात नहीं है। औरों से अंतर यह है कि वे चोरी-छिपे कुछ नहीं करते। बल्कि, डंके की चोट पर। मित्राणियां हैं, तो साथ लेकर घूमने में क्या दिक्कत। इसी वजह से पिछले साल उनके बेटे ने घर से निकाल दिया था। मंत्रीजी को नौ
दिन सर्किट हाउस में बिताने पड़े थे। बड़े जद्दोजहद के बाद घर वाले माने थे। तब वे एमएलए थे। इसलिए, चल गया। मगर अब मंत्री हैं। ऐसे में, सरकार की दिक्कतें बढ़ जाएंगी।

मेढ़क और बिच्छू

एक बार बाढ़ में बिच्छू फंस गया। उसने मेढ़क से नदी किनारे पहुंचाने का आग्रह किया। मेढ़क ने कहा, भाई! तुम डंक मारते हो, तुम्हारी मदद कर मुसीबत क्यों लूं। बिच्छू ने कहा, कैसी बात करते हो यार! तुम मेरी मदद करोगे और मैं तुम्हें डंक मारूंगा। और फिर, तुम मरोगे तो भला मैं कैसे बच पाउंगा। मैं भी तो डूब जाउंगा। बिच्छू की चिकनी बातों से मेढ़क पसीज गया। बिच्छू को पीठ पर बिठा कर जैसे ही मेंढ़क नदी के बीच में गया, बिच्छू ने डंक मार दिया। दर्द से बिलबिलाते हुए मेंढ़क ने पूछा, भाई तुमने तो प्रामिस किया था….। बिच्छू बोला, माफ करना भाई! डंक मारना तो मेरा स्वभाव है। ऐसा ही कुछ सरकार और एक सीनियर ब्यूरोक्रेट्स के बीच चल रहा है। 12 साल के शासन काल में बिच्छू ने कई बार मेढ़क को डंक मारा। मेढ़क विचलित होता है। बस, अब नहीं। मगर बिच्छू कुछ दिन में भरोसा जीत कर फिर उसकी पीठ पर सवार हो जा रहा है। अब, आप अनुमान लगाइये, मेढ़क और बिच्छू में कौन सरकार है और कौन ब्यूरोक्रेट्स?

माटी पुत्र

छत्तीसगढ़ के माटी पुत्र नौकरशाहों को माटी के लिए भी कुछ काम करना चाहिए। मगर अधिकांश सिर्फ माटी का काम कर रहे हैं। माटी याने भूमि का। ऐसे माटी पुत्रों ने पिछले 10 साल में रायपुर, न्यू रायपुर और आसपास के इलाके में खासी जमीनें बनाई हैं। इतना कि आपको यकीन नहीं होगा। हाल में एक नौकरशाह ने रायपुर के पास 40 एकड़ लैंड का सौदा किया है। ठीक भी है। माटी पुत्र हैं।

सिंगल आर्डर?

इस महीने आईजी का सिंगल आर्डर निकल सकता है। अंबिकापुर के आईजी लांगकुमेर को पीएचक्यू में बुलाने पर विचार किया जा रहा है। उनकी जगह दिपांशु काबरा अंबिकापुर जा सकते हैं। हालांकि, एक स्थिति यह भी बन रही है कि लांगकुमेर जनवरी में एडिशनल डीजी प्रमोट हो जाएंगे। उसके बाद उन्हें पीएचक्यू पोस्ट किया जाए। अगर ऐसा हुआ तो फिर दिसंबर एंड या जनवरी फस्र्ट वीक में एक साथ तीन-चार आईजी बदले जाएंगे। हफ्ते-दस दिन में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। बहरहाल, दिपांशु के लिए प्रेशर काफी है। वे आईजी हो गए हैं। मगर रेंज कोई खाली है नहीं। ट्रांसपोर्ट में ओपी पाल चले गए। रायपुर, बिलासपुर, बस्तर और दुर्ग में से तत्काल कोई खाली होगा नहीं। दुर्ग रेंज की रिपोर्ट भी पोजिटिव आ रही है।

मीणा पर मुहर

राजधानी के पुलिस कप्तान के लिए दो आईपीएस के नाम सरकार की लिस्ट में थे। अमरेश मिश्रा और बद्रीनारायण मीणा। बताते हैं, अमरेश का नाम लगभग फाइनल हो गया था। मगर उनकी छबि पोस्टिंग में आड़े आ गई। जाहिर है, वे अलग मिजाज के आईपीएस हैं। कोरबा को उन्होंने बढि़यां टाईट किया है। मगर, रायपुर में इस टाईप के अफसर को पसंद नहीं किया जाता। भइया लोग शिकायत करना शुरू कर देते। सरकार ने सोचा, हटाओ….। इसके बाद मीणा का नाम फाइनल कर दिया गया।

बिना तिकड़म के

एडिशनल ट्रांसपोर्ट कमिश्नर पहले आईजी लेवल के आईपीएस पोस्ट किए जाते थे। पहली दफा, पिछले बार डीआईजी हेमकृष्ण राठौर को ट्रांसपोर्ट की कमान सौंपी गई थी। और, इस बार एसपी लेवल के ओपी पाल को। लेवल एक-एक केटेगरी नीचे खिसकने से अब दावेदारों की संख्या बढ़ जाएंगी। पहले आईजी लेवल के आईपीएस ही जोर-आजमाइश करते थे। मगर अब एसपी से लेकर आईजी तक दांव लगाएंगे। सो, सरकार सामने अफसरों का टोटा नहीं रहेगा। बहरहाल, रायपुर एसपी ओपी पाल की ट्रांसपोर्ट में पोस्टिंग से यह साफ हो गया है कि बिना तीन-तिकड़म के भी अच्छी पोस्टिंग मिलती है। वरना, कई दिग्गज आईपीएस पिछले छह महीने से एक सूत्रीय अभियान में लगे थे।

पति और पत्नी

साल भर के अध्ययन अवकाश से लौटने के बाद सरकार ने 94 बैच के आईएएस विकासशील को सामान्य प्रशासन विभाग में पोस्ट किया है। सिकरेट्री जीएडी। उनकी पत्नी निधी छिब्बर पहले से जीएडी में हैं। याने पति-पत्नी एक ही विभाग में। दोनों सिकरेट्री। जीएडी में कई विंग होते हैं। निधी के पास आईएएस का चार्ज है। विकासशील का अभी तय नहीं हुआ है। बहरहाल, छत्तीसगढ़ पहला राज्य होगा, जहां आईएएस दंपति एक ही डिपार्टमेंट में सिकरेट्री हों।

हफ्ते का व्हाट्सएप

मैगी पर प्रतिबंध लगने के बाद सबसे अधिक परेशानी उन लड़कियां की है, जो अपने बायोडाटा में, i know cooking लिख रखा है।

अंत में दो सवाल आपसे

1. ब्यूरोक्रेसी में पावर गेम के तहत किस आला आईएएस के खिलाफ एसीबी जांच के लिए प्रेशर बनाया जा रहा है?
2. एक कलेक्टर का नाम बताइये, जो पड़ोसी राज्य से मिल रहे आक्सीजन पर चल रहे हैं?

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