29 अक्टूबर
छह हजार करोड़ रुपए के बजट वाले पीडब्लूडी विभाग और बोरियों में रुपिया आने वाले ट्रांसपोर्ट विभाग का मंत्री रहते हुए राजेश मूणत ने 14 बरस में क्या कुछ किया, पता नहीं। मगर एक कमाई तो उन्होंने अवश्य की, वह सरकार और संगठन का विश्वास जीतने की। सेक्स सीडी कांड में जिस तरह मूणत के समर्थन में सरकार, संगठन और ब्यूरोक्रेट्स खड़े हुए….भाजपा के लोग भी हैरान हैं। पार्टी मुख्यालय में 27 अक्टूबर की शाम एक कार्यक्रम में एक सीनियर मंत्री का साथी मंत्री से बात करते हुए दर्द छलक आया….मेरे समय एक आदमी सामने नहीं आया और आज राजेश के पक्ष में पूरी पार्टी आ गई है। बात सही भी है….याद होगा, राष्ट्रीय संगठन मंत्री होने के बाद भी संजय जोशी आखिर सेक्स कांड में न केवल अकेले पड़ गए थे, बल्कि उनका कैरियर भी खतम हो गया। एमपी के राघवजी का मामला तो हाल का है। ऐसे ही एक मामले में राघवजी को फ्लैट का ताला तोड़कर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। लेकिन, मूणत को बचाने के लिए सरकार के रणनीतिकार रात भर जागकर आपरेशन विनोद वर्मा की मानिटरिंग करते रहे। अगले दिन दोपहर पार्टी अध्यक्ष के साथ आधा दर्जन मंत्री थाना पहुंच गए। मूणत की असली कमाई शायद यही होगी।
भूपेश की होशियारी
सेक्स सीडी कांड में पीसीसी चीफ भूपेश बघेल द्वारा हड़बड़ी में बुलाई गई प्रेस कांफें्रस में जिस तरह उन्होंने होशियारी बरतते हुए मंत्री का नाम नहीं लिया, यहीं से शक की सुई घूमनी शुरू हो गई थी। जांच एजेंसियों के भी कान खड़े हो गए कि भूपेश जैसे अग्रेसिव लीडर मंत्री का नाम लेने में आखिर क्यों हिचक रहे हैं। इसे ही अहम सूत्र मानते हुए पुलिस आगे बढ़ी। और, मंत्री राजेश मूणत के प्रति लोगों को लग रहा था कि मामले में कुछ गड़बड़ है।
नए सीएस की ट्रेनिंग?
बैजेंद्र कुमार के एनएमडीसी जाने के बाद 83 बैच के आईएएस अजय सिंह का अगला चीफ सिकरेट्री बनना लगभग तय है। लेकिन, पोस्टिंग कब होगी, सरकार इस पर से पर्दा नहीं उठा रही है। विवेक ढांड मार्च तक अपना कार्यकाल पूरा करेंगे या फिर…..। ढांड ने हाल ही में पी जाय उम्मेन का सर्वाधिक समय तक सीएस रहने का रिकार्ड ब्रेक किया है। बहरहाल, आजकल सरकारी कार्यक्रमों में एडिशनल चीफ सिकरेट्री अजय सिंह की सक्रियता बढ़ गई है। सरकारी खरीदी के लिए जेम पोर्टल के एमओयू में उन्हें चीफ सिकरेट्री के बगल में बिठाया गया। जबकि, यह विशुद्ध रुप से इंडस्ट्री डिपार्टमेंट का प्रोग्राम था। अजय सिंह के खेती-किसानी वाली विभाग से इसका कोई ताल्लुकात नहीं था। न ही उनके अलावा कोई दीगर एसीएस थे। जेम के इस प्रोग्राम के बाद ब्यूरोक्रेसी में यह चर्चा जोर पकड़ रही है कि सरकार अगले चीफ सिकरेट्री के रूप में अजय सिंह को ट्रेंड कर रही है। ये अलग बात है कि कलेक्टर कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री साफ कर चुके हैं कि सीएस अभी रिटायर नहीं हो रहे हैं। लेकिन, लोगों के पास इसका भी जवाब है….राजनीतिज्ञों के हर हां में ना छिपा होता है।
पीएचक्यू का सेंशर
24 अक्टूबर के एसपी कांफ्रेंस के बाद कई पुलिस अधीक्षक दुखी हैं। उनके कामों को जिस ढंग से प्रेजेंट किया जाना था, नहीं किया गया या उसे सेंशर कर दिया गया। दरअसल, पुलिस मुख्यालय में सीएम के समक्ष प्रेजेंटेशन दिया जाना था, इसलिए जिलों से पुलिस की उपलब्धियां मंगाई गई थीं। आरोप है कि मुख्यालय के सीनियर अफसरों ने कई एसपी के कामों को सेंशर करते हुए अपने चहेते पुलिस अधीक्षकों के काम को सीएम के सामने बढ़ा-चढ़ा कर पेश कर डाला। अगर ऐसा है तो एसपीज का दुखी होना लाजिमी है।
शरारत की पोस्टिंग
व्हाट्सएप ग्रुपों में हफ्ते भर से एसपी की पोस्टिंग की लिस्ट मूव हो रही है। इसके अनुसार बिलासपुर, रायपुर, महासमुंद, रायगढ़, राजनांदगांव, दुर्ग, अंबिकापुर, जांजगीर, बालोद में नए एसपी के बकायदा नाम और जिला लिखा हुआ है। जाहिर है, जिनके नाम ट्रांसफर लिस्ट में वायरल हो रहे हैं, उनके हर्ट बिट्स बढ़े हुए हैं। लेकिन, वास्तव में ऐसा कुछ है नहीं। सिवाय फेक मैसेज के। सरकार में आईएएस, आईपीएस लेवल पर इस तरह ऐलान कर या किसी को बता कर ट्रांसफर नहीं किए जाते। वो भी 15 साल वाली सरकार में। बोनस तिहार, सेक्स सीडी और राज्योत्सव में व्यस्त सरकार के पास अभी इस पर सोचने के लिए वक्त नहीं है।
एक और सिकरेट्री की बिदाई
इरीगेशन सिकरेट्री गणेश शंकर मिश्रा 31 अक्टूबर याने सोमवार को रिटायर हो जाएंगे। मिश्रा के रिटायर होने के बाद सिकरेट्री लेवल पर एक और आईएएस की कमी हो जाएगी। जाहिर है, छत्तीसगढ़ में सिकरेट्री लेवल पर अफसरों पर काफी टोटा है। अफसर या तो रिटायर होते जा रहे हैं या फिर सरकार के मापदंड पर अनफिट हैं। लिहाजा, स्पेशल सिकरेट्री लेवल के आईएएस को सिकरेट्री की कमान दी जा रही है। अब देखना है, गणेश शंकर के बाद इरीगेशन का चार्ज किसी सीनियर सिकरेट्री को दिया जाता है या फिर किसी नए को अजमाया जाएगा।
नया पीसीसीएफ
प्रधान मुख्य वन संरक्षक आरके टम्टा 30 नवंबर को रिटायर हो जाएंगे। याने सिर्फ महीने भर बाद। टम्टा के रिटायरमेंट की चर्चा के साथ ही नए पीसीसीएफ के लिए वन महकमे में जोर आजमाइश शुरू हो गई है। टम्टा के बाद दो आईएफएस के नाम प्रमुखता से चल रहे हैं। पहला आरके सिंह और दूसरा, मुदित कुमार। आरके सिंह फिलहाल पीसीसीएफ वाईल्डलाइफ हैं और मुदित कुमार पीसीसीएफ लघु वनोपज संघ।
अंत में दो सवाल आपसे
1. चीफ सिकरेट्री को छह महीने का एक्सटेंशन देने की खबर प्लांट करने के पीछे क्या उद्देश्य हो सकते हैं?
2. सीडी कांड में सीबीआई जांच के ऐलान होने के बाद क्या पीसीसी चीफ भूपेश बघेल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं?
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